झारखण्ड उच्च न्यायालय, राँची
![Main_jharkhand](https://cdnbbsr.s3waas.gov.in/s388ef51f0bf911e452e8dbb1d807a81ab/uploads/2022/05/2022050991-300x199.jpg)
झारखण्ड उच्च न्यायालय, राँची
पटना उच्च न्यायालय की एक सर्किट बेंच की स्थापना 6 मार्च, 1972 को राँची में, जो उस उच्च न्यायालय के लेटर पेटेंट के क्लाउज 36 के तहत की गयी थी। इस पीठ की स्थापना पूर्व बिहार राज्य के छोटा नागपुर क्षेत्र के आदिवासी आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए की गई थी।
सर्किट पीठ को पटना हाईकोर्ट की स्थायी पीठ पटना उच्च न्यायालय (स्थायी पीठ राँची की स्थापना) अधिनियम, 1976 के अधिनियम संख्या-57/1976 द्वारा 8 अप्रैल, 1976 के प्रभाव से बनाया गया।
बिहार और झारखण्ड के मौजूदा राज्य में, बिहार राज्य के पुनर्गठन के बाद 15 नवम्बर, 2000 को झारखण्ड उच्च न्यायालय अस्तित्व में आया। ,
झारखण्ड के बारे में
झारखण्ड पूर्वी भारत का एक राज्य है। 15 नवम्बर, 2000 को बिहार के दक्षिणी भाग से इसे काट कर बनाया गया।. झारखण्ड उत्तर में बिहार सेय पश्चिम में उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ सेय दक्षिण में उड़ीसा सेय और पूर्व में पश्चिम बंगाल से अपनी सीमा साझा करता है। इसका क्षेत्रफल 28,883 वर्ग मील (74,677 वर्ग किमी) है। औद्योगिक शहर राँची इसकी राजधानी है जबकि जमशेदपुर राज्य का सबसे बड़ा शहर है। कुछ अन्य प्रमुख शहरों और औद्योगिक केन्द्रों में धनबाद, बोकारो और हजारीबाग हैं।
‘‘झारखण्ड’’ नाम का अर्थ है ‘‘जंगलों की भूमि’’।
राँची के बारे में
राँची भारतीय राज्य झारखण्ड की राजधानी है। भारत के खनिज संसाधनों का 40: झारखण्ड में है। राँची में राज्य का 50: खनिज उत्पादन तथा देश का लगभग 18: खनिज उत्पादन होता है। इसी कारण से, राँची को पूरब का मैनचेस्टर भी कहा जाता है। दक्षिण बिहार, उत्तरी उड़ीसा, पश्चिमी पश्चिम बंगाल और वर्तमान पूर्वी छत्तीसगढ़ के जनजातीय क्षेत्रों के लिए अलग राज्य के लिए राँची झारखण्ड आंदोलन ख्1, का केन्द्र था। बिहार के छोटा नागपुर और संथाल परगना डिवीजनों को अलग कर झारखण्ड राज्य का गठन 15 नवम्बर, 2000 को किया गया था।
राँची नाम एक स्थानीय पक्षी के नाम से लिया गया है। 1927 तक, इस जगह को रची के नाम से जाना जाता था।
झारखण्ड उच्च न्यायालय की परियोजनाएं
न्यायालय की सर्वोत्तम कार्यपद्धतियां
न्यायालय की सर्वोत्तम कार्यपद्धति : न्यायालय के अभिलेखों का डिजिटलीकरण : एक करोड़ निर्णीत मामलों के लगभग 8 करोड़ पृष्ठ…..
ई-न्यूजलेटर
झारखण्ड उच्च न्यायालय की पहलों, आयोजनों तथा उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से ई-न्यूजलेटर की शुरुआत की गई है।
ई-कोर्ट परियोजना की ई-पहलें
ई-कोर्ट परियोजना की ई-पहलें (उच्च न्यायालय) : झारखण्ड उच्च न्यायालय की वेबसाइट न्यायालय के द्वारा ही तैयार की गई है। ..
उच्च न्यायालय की कार्यवाहियों का सीधा प्रसारण
झारखण्ड उच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधीश के निर्देशानुसार, वर्तमान में दो न्यायालयों की कार्यवाहियों का सीधा प्रसारण दिनांक 15.12.2021 से…..
संपर्क सूत्र:
”
पत्राचार का पता –
झारखण्ड उच्च न्यायालय,
जैप मैदान के सामने, डोरण्डा, रांची (झारखण्ड)
फोन नं. 06512480307
ई-मेल : rghc-jhr@nic.in